खुबसूरत हो तुम
खुबसूरत हो तुम
सगेमरमर की जैसे कोई मूरत हो तुम
खुबसूरत हो तुम
खुबसूरत हो तुम
चांद से भी है सुन्दर है सूरत तेरी
स्वर्ग से जैसे उतरी जमीं पर परी
दीदार तेरा दिल घायल करे
पैरों में छन - छन तेरी पायल करे
चाहे खुशी मिलें चाहें गम
खुबसूरत हो तुम
ये तीरे नज़र ये कातिल अदा
तेरी जालिम हया मुझे देती सजा
तेरा इश्क जूनून है सर पर मेरे
तेरे इश्क में डूबेंगे हम
खुबसूरत हो तुम
खुबसूरत हो तुम
Composed by- Harsh Pandey
1 Comments
Nice lines
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