अति आधुनिक



कब सुबह, कब रात होगी
जब तुमसे इश्क की बात होगी
भुल बैठेंगी वो अपने सारे काम
मेरी मोहब्बत में हाज़िर जवाब होगी
कुछ सुखन होगी हमारी फूस फुसाहट पर
हमें फ़र्क क्या हमारी तो बस बात होगी
कोई भी वक्त हो पर दिनभर बात होगी
तुम्हारे संग हूं यही ख्यालात होगी

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हर्ष पाण्डेय

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