ज्यादा बोल नहीं रहे
कोई बात है क्या
कुछ अच्छा नही लगा रहा
इसमें भी कोई बात है क्या
झगड़ा हुआ है
ये भी कोई बात है क्या
मन में शांति नहीं है
ऐसे भी जज़्बात हैं क्या
कोई साथ नहीं है
इसमें भी बड़ी बात है क्या
नौकरी नहीं लग रही
छोड़ो, ये भी बात है क्या
कोई मुझे पुछता नहीं
इसमे भी बात है क्या
सब देख कर भी अनदेखा करते हैं
वो भी कोई बात है क्या
मैं जिंदा हूं पर मर गया हूं
ऐसी भी कोई बात है क्या
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