check
हर्ष की कविता
ये वेबसाइट मेरी कविताओ का संग्रह है | मैं हर हफ्ते इस पर कविताये डालता हूँ |
कर्ज़
रात को रात केहने में हर्ज क्या है
तुम मेरी हो इसमें हर्ज़ क्या है
इतनी सहमी सी रहती हो कि कोई गुनाह किया है
पता चलने दो सबको की इश्क में हर्ज क्या है
┗(•ˇ_ˇ•)―→
हर्ष पाण्डेय
0 Comments
About Me
हर्ष पाण्डेय
Follow Us
Popular Posts
-------------- माँ हो मेरी -------------
February 22, 2019
Tags
Powered by Blogger
0 Comments