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हर्ष की कविता
ये वेबसाइट मेरी कविताओ का संग्रह है | मैं हर हफ्ते इस पर कविताये डालता हूँ |
तुम्हारे लिए
काफ़ी कुछ आता था उसे
दिल चुराना
आखों से रिझाना दिल को सुकून लाना
इन सबसे बढ़ कर
दिल दुखाना
नए आशिक़ बनाना
और
मुझे जलाना।
(・∀・)
।
हर्ष पाण्डेय
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